26 सितंबर 2011

कामवाली बाई...


*कामवाली बाई*
एक दिन अचानक
काम पर नहीं आई
तो पत्नी ने फोन करके डांट लगाई
अगर तुझे आज नहीं आना था
तो पहले बताना था
वह बोली-
मैंने तो परसों ही
फेसबुक पर लिख दिया था कि
एक सप्ताह के लिए गोवा जा रही हूं
पहले अपडेट रहो
फिर भी पता  चले तो कहो
पत्नी बोली-
तो तू फेसबुक पर भी है
उसने जवाब दिया-
मैं तो बहुत पहले से फेसबुक पर हूं
साहब मेरे फ्रैंड हैं!
बिलकुल नहीं झिझकते हैं
मेरे प्रत्येक अपडेट पर
बिंदास कमेंट लिखते हैं
मेरे इस अपडेट पर
उन्होंने कमेंट लिखा
हैप्पी जर्नीटेक केयर,
आई मिस यूजल्दी आना
मुझे नहीं भाएगा पत्नी के हाथ का खाना
इतना सुनते ही मुसीबत बढ़ गई
पत्नी ने फोन बंद किया
और मेरी छाती पर चढ़ गई
गब्बर सिंह के अंदाज में बोली-
तेरा क्या होगा रे कालिया!
मैंने कहादेवी!
मैंने तेरे साथ फेरे खाए हैं
वह बोली-
तो अब मेरे हाथ का खाना भी खा!
अचानक दोबारा फोन करके
पत्नी ने कामवाली बाई से
पूछाघबराए-घबराए
तेरे पास गोवा जाने के लिए
पैसे कहां से आए?
वह बोलीसक्सेना जी के साथ
एलटीसी पर आई हूं
पिछले साल वर्मा जी के साथ
उनकी काम वाली बाई गई थी
तब मैं नई-नई थी
जब मैंने रोते हुए
उन्हें अपनी जलन का कारण बताया
तब उन्होंने ही समझाया
कि वर्मा जी की कामवाली बाई के
भाग्य से बिलकुल मत जलना
अगले साल दिसंबर में
मैडम जब मायके जाएगी
तब तू मेरे साथ चलना।
पहले लोग कैशबुक खोलते थे
आजकल फेसबुक खोलते हैं
हर कोई फेसबुक में बिजी है

कैशबुक खोलने के लिए कमाना पड़ता है
इसलिए फेसबुक ईजी है

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